दुर्ग. ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान की पीड़ा झेल रहे किसानों के लिए राहत भरी खबर है। जिला प्रशासन द्वारा राजस्व अधिकारियों के माध्यम से सर्वे करवाकर नुकसान का आंकलन कराया जाएगा। सर्वे के आधार पर नुकसान के आधार पर राजस्व पुस्तिका के प्रावधानों के तहत मुआवजा का प्रकरण तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। इसके अलावा बीमा कराने वाले किसानों को भी अलग से लाभ दिलाया जाएगा। कलेक्टर अंकित आनंद ने मंगलवार को राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर इस संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी सर्वे की प्रक्रिया जल्द से जल्द पुरी कर ले ताकि किसानों को राहत पहुंचाई जा सके।
सप्लाई में स्वसहायता समूहों को प्राथमिकता
कलेक्टर ने कहा कि शासकीय विभागों में जो सामान्य जरूरतों की खरीदी होती है। उसमें बिहान के स्वसहायता समूहों को प्राथमिकता दी जाए। आश्रम-छात्रावासों में, अस्पतालों में ऐसी सामग्री का उपयोग होता है जो स्थानीय स्वसहायता समूहों द्वारा बनाई जाती हैं मसलन खाने के लिए अचार, पापड़, बड़ी आदि। दैनिक इस्तेमाल के लिए साबुन, फिनाइल आदि। इनके क्रय के लिए बिहान के स्वसहायता समूहों को प्राथमिकता दी जाए।
स्क्रेप की बिक्रीकी ली जानकारी
बीते दिनों शासन ने सभी विभागों से निष्प्रयोज्य वस्तुओं की नीलामी के निर्देश दिए थे। इस संबंध में कलेक्टर ने सभी अधिकारियों से इन वस्तुओं के डिस्पोजल की जानकारी ली और प्रक्रिया को शीघ्र पूरी करने निर्देशित किया।
खुलेंगे सीबीएसई इंग्लिश मीडियम स्कूल
कलेक्टर ने सीबीएसई पाठ्यक्रम वाले इंग्लिश मीडियम स्कूलों को नए सत्र से आरंभ करने की तैयारियों पर भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग इसमें एडमिशन के मानदंड बनाएं। उन्होंने नगर निगम व शिक्षा विभाग के अधिकारियों की भी स्कूल को लेकर जिम्मेदारियां तय की। इन स्कूलों में लाइब्रेरी, प्रैक्टिकल लैब से लेकर अन्य सभी बारीकियों पर चर्चा की गई।