बेमेतरा। जिले में मंगलवार को राष्ट्रीय व स्टेटमार्ग पर किसानों ने पंडाल लगाकर प्रदर्शन किया व चक्काजाम कर आक्रोश जताया। बेेमतरा-जबलपुर व्हाया कवर्धा, मंडला राष्ट्रीय मार्ग व बेमेतरा, देवरबीजा, देवकर, धमधा, दुर्ग राज्यमार्ग पर हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए वाहनों का आवागमन वैकल्पिक मार्ग से किया गया। ग्रामीण सड़कों से आवगमन होने की वजह से बड़े वाहनों को सड़क पर रोका गया था। सड़क खुलने का इंतजार किया गया। देर शाम किसानों ने धरना-प्रदर्शनों को अनिश्चितकालीन करने का निर्णय लिया।
जानकारी हो कि जिले के किसान 20 तरीख से व्याप्त स्थिति के बाद से अपनी उपज बेचने के लिए परेशान हैं। किसानों के अनुसार जिन किसानों को टोकन जारी किया गया है उनका धान लिया जाना चाहिए था, पर 5 दिन बीत जाने के बाद भी किसानों का धान बारदाना के अभाव व अन्य कई कारणों को सामने रखते हुए न तौल किया जा रहा है न ही किसानों को 19 तारीख के बाद से केन्द्र के अंदर जाने दिया जा रहा है। इस स्थिति में हाथ में टेाकन होने के बाद भी किसानों को धान बेचने से वंचित होना पड़ रहा है। इसी वजह से मंगलवार को पांचवे दिन जिले के दो धान खरीदी केन्द्रों के सामने सैकड़ों किसानों ने धरना देना शुरू कर दिया है।
सैकड़ों लोग बैठे लोलेसरा केन्द्र के सामने
सोमवार को लोलेसरा धान खरीदी केन्द्र से जुड़े किसानों ने सक्षम अधिकारियों को ज्ञापन सौंप कर धरना देने का अल्टीमेटम दिया था। जिसके बाद मंगलवार को केन्द्र के सामने बेमेतरा से कवर्धा नेशनल हाईवे पर किसानों के द्वारा चक्काजाम किया गया। जिनके चलते नेशनल हाईवे से गुजरने वाले वाहनंों का आवागमन बंद रहा। जिस तरफ से वाहन आ रहे हैं उधर ही लोग रुक रहे हैं। चक्काजाम में शासकीय कर्मचारी से लेकर प्राइवेट काम करने वाले भी लोग फंसे हुए थे। आवगमन करने वाले शासकीय कर्मचारी भी अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए। स्कूलों के शिक्षक से लेकर सभी तरह के काम करने वाले लोग जाम के दौरान फंसे हुए थे। रोड के दोनों किनारे सैकड़ों गाडिय़ोंं की लाइन लगी हुई है। इनके अलावा सैकड़ों की संख्या में दो पहिया वाहन दोनों तरफ फंसे हुए थे।
चक्काजाम के लगभग 1 घंटे बाद पहुंचे तहसीलदार
अजय चंद्रवंशी मौके पर उपस्थित हुए, लेकिन किसानों से भी कोई चर्चा नहीं कर पाए। चक्काजाम में ग्राम बैजी, बिलाई ,चारभाठा, मंजगांव, बहेरा व लोलेसरा के किसान सम्मिलित रहे। बताना होगा कि बेमेतरा सेवा सहकारी समिति के अंतर्गत लगभग पंजीकृत 135 किसानों की धान खरीदी नहीं हो पाई। किसानों को टोकन जारी किया जा चुका है। जिनका लगभग 15000 कट्टा धान खरीदी शेष है। किसानों के द्वारा टोकन की नियत तिथि को खरीदी केंद्र में धान को लाया जा चुका है। लेकिन उनकी तौला नहीं गया है।
8 घंटे एनएन पर बंद रहा आवागमन
मंगलवार को जाम की स्थिति की वजह से कवर्धा मार्ग पर आने वाले वाहनों को कारेसरा से मार्ग परिवर्तित कराने के बाद कदई पदमी मार्ग से जिला मुख्यालय के लिए वैकल्पिक रूट तय कराया गया। आज करीब 8 घंटे तक एनएच पर आवागमन बंद रहा। स्थिति को देखते हुए एसडीएम जेके वर्मा किसानों के पास पहुंचे थे, पर किसानों की मांग का वाजिब जबाब नहीं दे पाए। जिसे अनसुना कर किसानों ने अपना धरना जारी रखा।
कंतेली में भी हुआ धरना-प्रदर्शन
दूसरा धरना- प्रदर्शन बेमेतरा-दुर्ग मार्ग में कंतेली में किया गया। केन्द्र में मंगलवार को भी धान का तौल नहीं हो पाया। जिससे नाराज होकर ग्राम भुरकी, हथमुडी, निनवा, कंतेली, सिधैारी, बहुनवागाव समेत कई गांव के किसानों ने धरना दिया, जो 8 घंटे बाद भी जारी रहा। धरना देने की वजह से चक्काजाम की स्थिति रही। इस मार्ग पर आने जाने वाले वाहनों को निनवा के रास्ते पदुमसरा सिरवबांधा से जिला मुख्यालय होकर रवाना कराया गया। आज दोनों मार्ग पर आवगमन प्रभावित रहा। किसानों के पक्ष में जिला पंचायत सदस्य राहुल टिकरिहा धरना स्थल पर पहुंचे थे और धरना पर बैठे रहे। किसानों ने बताया कि वो अब जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्षन करने की तैयारी में हंै।
कुंवरा केन्द्र के किसान पहुंचे कलेक्टर के पास
नवागढ़ क्षेत्र के ग्राम में धान खरीदी प्रभावित होने व धान नहीं लिए जाने से परेशान ग्राम इंटई, कुवरा, मुरकुटा, डगनिया, गीधवा, पौसरी मेहना, ढाबापार के किसान मंगलवार को जिला कार्यालय पहुंचे थे। किसानों ने बताया कि केन्द्र में उनके द्वारा 13 फरवरी से धान लाया गया हेै, पर कई कारण बताकर तौल नहीं किया गया है। उनके द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से धरना दिया गया है। जिसके बाद भी उनके जायज बातों को अनसूना किया गया है। आज जिला कार्यालय पहुंचे किसानों में महादेव साहू, प्रीतम साव, रिषी कुमार, राजेश किशोरी लाल वर्मा, चैतराम धु्रव, कृष्ण कुमार, रोशन पंचराम, भगवती व अन्य किसान शामिल थे।